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Showing posts with the label Gujarat Tourism

“सोमनाथ लाइट एंड साउंड शो में दिखाते हैं क्या? पूरी जानकारी, टाइमिंग और टिकट रेट 2025”

  सोमनाथ मंदिर का गौरवशाली इतिहास सोमनाथ मंदिर, गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन और अत्यंत पवित्र ज्योतिर्लिंग है। यह केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि भारत की संस्कृति, आस्था और गौरव का प्रतीक भी है। इस मंदिर का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है, और यह मंदिर बार-बार आक्रांताओं द्वारा तोड़ा गया, लेकिन हर बार इसे भक्तों ने पुनः निर्मित किया। इस गौरवपूर्ण इतिहास को जब प्रकाश और ध्वनि (Light and Sound) के माध्यम से जीवंत रूप में प्रस्तुत किया जाता है, तो अनुभव अद्भुत और रोमांचकारी होता है। आइए जानते हैं कि सोमनाथ लाइट एंड साउंड शो में क्या दिखाया जाता है, यह कब होता है, और टिकट की क्या जानकारी है। सोमनाथ लाइट एंड साउंड शो में दिखाते हैं क्या? यह शो एक ऑडियो-विज़ुअल प्रस्तुति है जो मंदिर के इतिहास, धार्मिक महत्ता और भारतीय सभ्यता के उत्थान-पतन को दर्शाती है। 📌 मुख्य बातें जो शो में दिखाई जाती हैं: सोमनाथ मंदिर की स्थापना – चंद्र देव ने कैसे यह ज्योतिर्लिंग स्थापित किया। 17 बार तोड़े जाने का इतिहास – गज़नी, खिलजी जैसे आक्रमणकारियों द्वारा मंदिर पर किए गए ...

सोमनाथ मंदिर का इतिहास – बार-बार टूटा, फिर भी अडिग रहा!

गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में अरब सागर के किनारे स्थित सोमनाथ मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी भारत का एक अद्भुत धरोहर है। यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में पहला माना जाता है और इसे "संवेदनाओं का प्रतीक" भी कहा जाता है क्योंकि यह मंदिर अनेकों बार नष्ट हुआ, फिर भी हर बार नई ऊर्जा से पुनर्निर्मित हुआ। पौराणिक कथा   सोमनाथ नाम की उत्पत्ति "सोम" (चंद्र देवता) और "नाथ" (स्वामी) से हुई है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रदेव को अपने ससुर दक्ष प्रजापति के श्राप से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की कठोर तपस्या करनी पड़ी थी। उन्होंने गुजरात के प्रभास क्षेत्र में स्थित स्थान पर घोर तप किया, जिससे प्रसन्न होकर शिवजी ने उन्हें श्राप से मुक्त किया। कृतज्ञता स्वरूप चंद्रदेव ने यहां सोने का शिवलिंग स्थापित किया और भगवान शिव को "सोमनाथ" नाम से प्रतिष्ठित किया। यह स्थल तब से लेकर आज तक शिवभक्तों के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है। मंदिर के निर्माण और पुनर्निर्माण की गाथा सोमनाथ मंदिर को प्राचीन काल से कई बार बनाया गया और फ...

"द्वारका में इन 5 स्थलों के बिना दर्शन अधूरी है आपकी यात्रा"

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित द्वारका केवल एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति, पुराणों और श्रीकृष्ण की लीलाओं का जीवंत प्रमाण है। यह पावन भूमि चार धामों में से एक मानी जाती है और श्रीकृष्ण की कर्मभूमि रही है। इस लेख में हम जानेंगे द्वारकाधीश मंदिर, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, बेट द्वारका, गोपी तालाब और रुक्मिणी मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व। द्वारकाधीश मंदिर का इतिहास द्वारकाधीश मंदिर, जिसे जगत मंदिर भी कहा जाता है, भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर करीब 2500 साल पुराना माना जाता है और इसका उल्लेख स्कंद पुराण, विष्णु पुराण, भागवत पुराण आदि ग्रंथों में भी मिलता है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण मूल रूप से भगवान कृष्ण के पोते वज्रनाभ ने करवाया था। मंदिर की वास्तुकला नागर शैली में बनी है और इसकी ऊंचाई लगभग 78 मीटर है। शिखर पर 52 गज लंबा ध्वज फहराया जाता है, जिसे दिन में कई बार बदला जाता है। मंदिर पांच मंजिला है और इसमें 72 स्तंभ हैं। द्वारकाधीश मंदिर न केवल एक श्रद्धा का केंद्र है बल्कि वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण भी है। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग का इतिहास नागेश्वर महादेव मंदि...

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी – सरदार पटेल की विरासत और भारत की शान

  स्टैच्यू ऑफ यूनिटी न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में एक ऐतिहासिक और भव्य स्मारक के रूप में प्रसिद्ध है। यह प्रतिमा भारत के लौह पुरुष – सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित है, जिनके अथक प्रयासों से आज भारत एक एकीकृत राष्ट्र बना। यह प्रतिमा नर्मदा नदी के किनारे, गुजरात के केवड़िया में स्थित है और यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की विशेषताएं ऊंचाई: 182 मीटर (597 फीट) लोकेशन: साधु बेट, केवड़िया, गुजरात निर्माण अवधि: 2013 से 2018 अनावरण: 31 अक्टूबर 2018, सरदार पटेल की 143वीं जयंती पर निर्माता: लार्सन एंड टुब्रो (L&T) यह प्रतिमा अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी ऊंची है। इसकी मजबूती और सौंदर्यशाली कारीगरी पूरे विश्व को भारत की स्थापत्य क्षमता का परिचय कराती है। कैसे पहुंचे? नजदीकी रेलवे स्टेशन: वडोदरा (90 किमी), भरूच, अहमदाबाद हवाई अड्डा: वडोदरा एयरपोर्ट (90 किमी) सड़क मार्ग: केवड़िया देश के प्रमुख शहरों से बस या टैक्सी द्वारा जुड़ा हुआ है। टिकट जानकारी टिकट प्रकार कीमत सामान्य प्रवेश ₹150 ऑब्जर्वेशन डेक टिकट ₹380 बच्चों के लिए (3-15 वर्ष) ₹60 – ₹200 बोट राइ...

"Vantara Jamnagar: गुजरात का अनोखा वाइल्डलाइफ साम्राज्य"

वंतारा के हर कोने में जानवरों को मिला है सुरक्षित और प्राकृतिक माहौल। Vantara Jamnagar – एशिया का सबसे बड़ा एनिमल किंगडम, जो हर नेचर लवर को देखना चाहिए" वंतारा जामनगर क्या है? वंतारा (Vantara) भारत के गुजरात राज्य के जामनगर जिले में स्थित एक अनोखा और विशाल वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी और रेस्क्यू सेंटर है, जिसकी स्थापना रिलायंस इंडस्ट्रीज के तहत अनंत अंबानी द्वारा की गई है। इसका नाम संस्कृत शब्द “वन” (जंगल) और “तारा” (संरक्षण) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है – "जंगलों का रक्षक।" वंतारा का उद्देश्य वंतारा का मुख्य उद्देश्य घायल, बीमार और अवैध व्यापार से मुक्त किए गए जानवरों का इलाज, पुनर्वास और संरक्षण करना है। यह प्रोजेक्ट न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा में है क्योंकि यह एशिया की सबसे बड़ी एनिमल रेस्क्यू और पुनर्वास परियोजना है। अनंत अंबानी ने वंतारा जामनगर की शुरुआत एक मिशन के रूप में की – जानवरों को नई जिंदगी देने के लिए। वंतारा में क्या-क्या देखने को मिलेगा? यहां पर आपको दुनिया भर के दुर्लभ जानवरों की प्रजातियाँ देखने को मिलेंगी, जैसे: हाथी संरक्षण केंद्र...

मुकेश अंबानी आज पहुंचे द्वारकाधीश मंदिर – पूरे परिवार संग किए दर्शन

  अंबानी परिवार का श्री द्वारकाधीश मंदिर आगमन – श्रद्धा, संस्कृति और भक्ति का अनोखा संगम प्रस्तावना: भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपति परिवारों में शुमार अंबानी परिवार ने 24 मई 2025 को गुजरात के द्वारका शहर स्थित श्री द्वारकाधीश मंदिर में अपने पूरे परिवार सहित दर्शन किए। यह धार्मिक यात्रा न केवल एक पारिवारिक आध्यात्मिक अनुभव थी, बल्कि भारत की प्राचीन संस्कृति, परंपरा और आस्था का जीवंत उदाहरण भी बनी। मुख्य आयोजन और पूजन विधि: अंबानी परिवार के युवराज आकाश अंबानी अपनी पत्नी, बच्चों और परिवारजनों के साथ मंदिर में विशेष पूजन हेतु पहुंचे। उन्होंने मंदिर परिसर में पायूका पूजन , ध्वज पूजन और शारदापीठ में पारंपरिक विधियों के साथ धार्मिक अनुष्ठान किया। मंदिर के पुजारियों और विद्वानों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा संपन्न करवाई। इस अवसर पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ भी देखने को मिली, जिन्होंने पूरे आयोजन को श्रद्धा से निहारा। स्थानीय प्रशासन और मंदिर समिति की भूमिका: दर्शन के दौरान जिला कलेक्टर और मंदिर ट्रस्ट समिति के अधिकारियों ने अंबानी परिवार का गरिमापूर्ण स्वागत किया।...

"Shivrajpur Beach Travel Guide: How to Reach, Resorts, Activities & Reviews from Dwarka"

  Shivrajpur Beach Travel Guide from Dwarka: A Must-Visit Seaside Destination If you’re planning a trip to Dwarka, Gujarat, then don’t miss the chance to explore Shivrajpur Beach , one of the cleanest and most scenic Blue Flag beaches in India. Located just 12 km from Dwarka, Shivrajpur is a perfect blend of tranquility, natural beauty, and fun-filled activities, making it an ideal destination for families, couples, and nature lovers alike. In this detailed guide, we will cover: How to Reach Shivrajpur Beach from Dwarka Best Resorts and Hotels near Shivrajpur Beach Activities to Enjoy at Shivrajpur Beach Photos & Reviews of Shivrajpur Beach How to Reach Shivrajpur Beach from Dwarka Reaching Shivrajpur Beach from Dwarka is easy and takes only about 20-25 minutes by road. The total distance is approximately 12 kilometers . By Taxi or Cab: The most convenient way is to hire a private taxi from Dwarka. Local taxi operators provide one-way and round-trip packages....

Dwarka Corridor – Bhakti, Sanskriti aur Vikas ka Mahasangam

 “श्रीकृष्ण नगरी द्वारका का नया अध्यात्मिक रूप – भव्य कॉरिडोर दर्शन” Dwarka Corridor – Bhakti, Sanskriti aur Vikas ka Mahasangam Intro Dwarka, jise “Devbhoomi” ke naam se jaana jaata hai, ab ek naye roop me ubhar kar aa rahi hai. Gujarat sarkar ke ek bhavya project ke tahat Dwarka Corridor ka nirmaan ho raha hai jo na keval tirth yatra ko aur suvidha janak banayega, balki Dwarka ko vishwa star par ek spiritual heritage destination ke roop me sthapit karega. Is corridor ke madhyam se bhakton ko adhunik suvidhaayein milengi, parantu shradha aur purani paramparaon ka sammaan bhi barkarar rahega. Aaiye jaane is mahayatra ka roop le chuke corridor ke baare me poora vistar se. 1. Dwarka Corridor Kya Hai?  Dwarka Corridor ek mega redevelopment project hai jiska mukhya uddeshya hai Dwarkadhish Mandir ke aaspaas ke kshetra ka vikas. Is corridor me naye bhavya ghats, pradakshina marg, yajna shala, aur digital facilitation centers banaye ja rahe hain. Ye corridor bhakton ko ek adhyatmik ...
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