नई दिल्ली:
अगर आप अपनी प्राइवेट गाड़ी से टैक्सी चला रहे हैं, तो अब सतर्क हो जाइए। केंद्र सरकार ने 1 जून 2025 से एक नया मोटर वाहन अधिनियम नियम लागू किया है, जिसके अनुसार प्राइवेट रजिस्ट्रेशन नंबर वाली गाड़ियों से व्यावसायिक रूप से यात्री ढोना पूरी तरह अवैध होगा।
> नया नियम: अगर पकड़े गए तो लगेगा ₹10,000 से ₹50,000 तक जुर्माना, साथ में गाड़ी जब्त भी हो सकती है।
क्या है नया नियम?
सरकार ने टैक्सी और ट्रैवल सेवाओं में पारदर्शिता लाने के लिए यह निर्णय लिया है। अब सिर्फ वही गाड़ियाँ टैक्सी के रूप में मान्य होंगी जिनके पास:
कमर्शियल नंबर प्लेट (पीली प्लेट) हो
वेलिड टैक्सी परमिट हो
कमर्शियल इंश्योरेंस हो
फिटनेस सर्टिफिकेट हो
कुछ राज्यों में GPS ट्रैकर भी अनिवार्य किया गया है
किन्हें पड़ेगा असर?
1. टूर एंड ट्रैवल एजेंसियाँ
2. होम बेस्ड कैब ऑपरेटर्स
3. ऑनलाइन कैब ऐप्स पर चलने वाले ड्राइवर
4. वे लोग जो प्राइवेट कार से यात्रियों को किराए पर ले जाते हैं
सरकार की मंशा क्या है?
सरकार का उद्देश्य है:
टैक्सी और ट्रैवल सेवाओं में नियमों का एक समान पालन
यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
टैक्स चोरी और फर्जी ट्रैवल सेवाओं पर रोक
इंश्योरेंस क्लेम में पारदर्शिता
क्या बोले विशेषज्ञ?
ट्रांसपोर्ट एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह नियम लंबे समय से जरूरी था। कई प्राइवेट कार मालिक कमर्शियल ड्राइवरों की तरह यात्रियों को ले जा रहे थे, जिससे लाइसेंस धारकों और रजिस्टर्ड ट्रैवल एजेंसियों को नुकसान हो रहा था।
क्या करें ट्रैवल बिजनेस वाले?
अगर आपकी गाड़ी पर प्राइवेट नंबर प्लेट (White Plate) है और आप उससे कमाई कर रहे हैं, तो तुरंत ये कदम उठाएं:
गाड़ी को कमर्शियल में कन्वर्ट कराएं (RTO से)
नया परमिट और कमर्शियल इंश्योरेंस लें
ड्राइवर का बैज नंबर बनवाएं
GPS और Fastag का अपडेटेड डेटा रखें
जुर्माने की जानकारी:
अपराध जुर्माना अन्य कार्यवाही
प्राइवेट गाड़ी से टैक्सी सर्विस ₹10,000 – ₹50,000 RC जब्ती, गाड़ी सीज़
बिना परमिट ₹15,000 कोर्ट चालान
फर्जी नंबर प्लेट ₹25,000 पुलिस FIR
कितना महंगा पड़ेगा नियम तोड़ना?
उदाहरण के लिए, अगर कोई बिना परमिट प्राइवेट Ertiga से यात्री ले जाता है और पकड़ा जाता है, तो उसे ₹40,000 से ज्यादा खर्च पड़ सकता है:
₹25,000 जुर्माना
₹10,000 towing चार्ज
₹5,000 इंस्पेक्शन और पेपरवर्क
क्या बोले कैब ड्राइवर?
"हम जैसे रजिस्टर्ड ड्राइवरों को इससे फायदा मिलेगा, लेकिन जो लोग धोखे से प्राइवेट कार से काम कर रहे थे, उनके लिए ये बड़ा झटका है," — एक Ola ड्राइवर
निष्कर्ष:
2025 का ये नियम भारत में ट्रैवल और टैक्सी सेक्टर को और संगठित बनाएगा। अगर आप ट्रैवल का बिजनेस कर रहे हैं तो अब बिना कमर्शियल डॉक्युमेंट्स आगे काम नहीं चलेगा। प्राइवेट गाड़ियों से टैक्सी सेवा देना अब कानूनन अपराध है।