श्रावण मास हिन्दू पंचांग का सबसे पावन महीना माना जाता है। यह मास भगवान शिव को समर्पित होता है और इसी महीने में लाखों श्रद्धालु शिवालयों की यात्रा पर निकलते हैं। अगर आप भी इस श्रावण मास में किसी विशेष और पवित्र तीर्थ की योजना बना रहे हैं, तो गुजरात की शिव-त्रयी यात्रा — सोमनाथ, नागेश्वर, और द्वारकाधीश — एक अद्भुत अनुभव हो सकता है। श्रावण मास का महत्व श्रावण मास में शिव पूजन, व्रत, रुद्राभिषेक, और ज्योतिर्लिंग दर्शन करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि इस महीने भगवान शिव स्वयं पृथ्वी पर विचरण करते हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। विशेषतः सोमवार (श्रावण सोमवार) को किया गया व्रत और दर्शन कई गुना फलदायी होता है। सोमनाथ ज्योतिर्लिंग 🔱 सोमनाथ महादेव का महत्व सोमनाथ भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला और सबसे प्राचीन माना जाता है। यह मंदिर गुजरात के पश्चिमी सौराष्ट्र तट पर स्थित है और समुद्र के किनारे इसकी महिमा अतुलनीय है। ✨ पौराणिक कथा: कहा जाता है कि चंद्रदेव (सोम) ने भगवान शिव की तपस्या की थी ताकि उन्हें श्राप से मुक्ति मिले। भगवान शिव ने उन्हें...
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